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भैरवी और पल्लव एक दुजे के है सहारे

भैरवी का पल्लव के घर मे आना संजोग नही था वो विधाता का विधान था। पल्लव असामान्य व्यक्ति था पर भैरवी तो साधारण ,भोली सी लडकी जिसके कुछ छोटेसे सपने होते है।

भैरवी पल्लव के घर मे सुरक्षित महसुस करती है तो पल्लव भी उसके साथ खुश ही रहता है। भैरवी उसको पसंद होती है पर पल्लव भैरवी से दिखने मे कम खुबसुरत होता है। भैरवी बहुत ही कोमल और सतेज कांती वाली लडकी होती है। इस कारण पल्लव अपने दिलकी बात दिल तक ही रखता है।

भैरवी खुले विचारोंवाली भी होती है। पल्लव देहाती विचारोसे सहमत होता है। भैरवी भी पल्लव से प्रभावित थी पर भैरवी ने कभी मन की बात जाहीर होने नही दी।

एक दिन पल्लव और भैरवी का झगडा हो जाता है।वो एक दुसरे से रुठ जाते है। पल्लव का अँक्सिडेंट हो जाता है । ये बात भैरवी को ३ दिन बाद पता चलती है। उसे बहुत गुस्सा आता है। सभी दोस्त पल्लव को अस्पताल मे मिलने जाते है सिवाय भैरवी के।

पल्लव भैरवी का इंतजार कर रहा होता है ,लेकिन वो नही आती है। धीरे -धीरे सब खत्म होने लगता है। उनका रिश्ता अब ना के बराबर हो जाता है।

क्या कभी भैरवी को पल्लव की सच्चाई पता चलेगी। क्या वो समझ पायेगी कि वो पल्लव का असली वजुद क्या है? देखते है अगले भाग में।

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6 Comments

Arti khamborkar

19-Dec-2024 03:53 PM

beautiful

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Babita patel

16-Apr-2024 06:08 AM

Awesome

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Mohammed urooj khan

15-Apr-2024 11:50 PM

👌🏾👌🏾👌🏾

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